मंगलवार, 18 मार्च 2008

प्रभात फेरी /उमरानाला की बात (१३)

श्री मन नारायण नारायण हरि हरि $$$ , गोविन्द बोलो हरि गोपाल बोलो $$$ ......... किसी समय उमरानाला की सुबह इस तरह के मधुर गीतों के साथ होती थी । सुबह सुबह सत्य साई सेवा समिति फेरी निकालती थी । क़रीब चार बजे सुबह बाज़ार चौक मन्दिर से प्रभात फेरी निकालती थी ....ढोलक मृदंग मंजीरे बांसुरी और हार्मोनियम के स्वर गाँव के माहौल को आध्यात्मिक कर देते थे । बाज़ार चौक ,बस स्टेंड ,रेलवे स्टेशन , एम् पी ई बी , नाका मोहल्ला बैल बाज़ार से होते हुई प्रभात फेरी लौटकर मन्दिर मे आ जाती थी ..फ़िर दैनिक आरती के बाद समिति के लोग भक्त गण अपने अपने काम काज से लग जाते थे ।उस समय सुबह का यह संगीतमय आगाज़ मुझे बहुत अच्छा लगता था । होली के समय समिति के लोग पूरे दिन रंग गुलाल खेलते हुए होली के गीत भजन गाते थे । इस तरह की जीवंत सुबह को मैं आज भी बहुत याद करता हूँ ।
उमरानाला मे प्रभात फेरी का सिलसिला एक लंबे वक्त तक चला ... लेकिन समिति के बहुत से सदस्य जब गाँव से चले गए तो ये सिलसिला भी थम गया .... । बाद मे इसे फ़िर से शुरू करने की कोशिश की गई लेकिन कुछ दिन बाद प्रभात फेरी का चलन बंद हो गया । मुझे मेरे मित्र बताते है आज कल गायत्री परिवार गायत्री के सदस्य गायत्री मन्दिर से रोज़ प्रभात फेरी निकालते है । मेरी प्रार्थना है की इस बार ये सिलसिला रुके नही ..!!

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