गुरुवार, 18 दिसंबर 2008

एफ़ एम् (भाग एक)

युव वाणी के सभी श्रोताओं को कविता शर्मा का नमस्कार !! एक सौ दो दशमलव दो मेगा हर्ट्ज़ पर आकशवाणी का यह छिंदवाडा केन्द्र है .... जी हाँ दोस्तों ...हर बुधवार शाम पाँच बजे आप सभी बेसब्री से इंतजार करते हैं ....हमारे "सात सवाल" कार्यक्रम का ...दोस्तों हर बार की तरह पिछले बुधवार भी हमने आपसे सात सवाल पूछे थे । हमें आप सभी के ढेर सारे पोस्ट कार्ड मिले ....विजेताओ के नामो की घोषणा और सही जवाबो से पहले सुन लेते हैं ...फ़िल्म "दिल है कि मानता नही का" ....एक प्यारा सा नग्मा
दिल है कि मानता नही ..ये बेक़रारी क्यूँ हो रही है ...ये जानता ही नही ... गीत बजने लगा ...तृष्णा की धडकने तेज़ हो रही थी । पिछले तीन सालों से एफ़ एम् रेडियो तृष्णा का मनपसंद साथी हैघर की छत पर । खेत खलियान में । रात को बिस्तर में । रात के खाने के समय चूल्हे की आंच को सेकते हुए .. यहाँ तक लोगो की शादी में भी । हरिनाम सप्ताह में ...हर जगह तृष्णा का एक ही दोस्त एक ही हमदम "एक सौ दो दशमलव दो मेगा हर्ट्ज़ वाला आकाशवाणी का छिंदवाडा केन्द्र "।
युव वाणी कार्यक्रम तो उसका सबसे मनपसंद कार्यक्रम था । जिसे वो सारे काम ताक पर रखता सुनता था । रेडियो में जो भी जानकारी मिले उसे नोट कर लेना भी उसका अजीबो ग़रीब शौक था । बीते तीन सालो से वो सामान्य ज्ञान के क्विज शो "सात सवाल " हर हफ्ते जवाबों का पोस्ट कार्ड भेजते रहा है । कभी तो उसका नाम विजेता के रूप में कविता जी लेंगी ... विजयी बिगुल बजेगा और अगले हफ्ते उसका इंटरव्यू रेडियो पर प्रसारित होगा ।
दिल है कि मानता नही गीत बज रहा है ...तृष्णा पिछले हफ्ते के सवालों को अपनी नोट बुक में पढने लगा । मध्य प्रदेश विधान सभा का पहला स्पीकर कौन था? हमारा सविधान कब लागू हुआ ? अमेरिका के राष्ट्रपति कौन है ? ....वो एक एक कर सतो सवालो के पन्ने को गौर से पह रहा था । दरअसल ,तृष्णा सात सवाल कार्यक्रम का पूरा लेखा जोखा रखता था । इसमे न केवल वो सही जवाबो को लिखता बल्कि उस हफ्ते के विजेता का नाम पता भी नोट करता था ।
पिछले हफ्ते कृष्णकांत चेडगे सौसर विजेता थे । इस बार मेरे सारे जवाब सही है । मेरा नाम आजाये ...वो भगवान को याद करने लगा । गाना खत्म होते ही उसने रेडियो की आवाज़ थोडी और बढ़ा दी ... उसे हर बार लगता कम से कम विजेता और सही जवाबो की घोषणा वाला सेगमेंट थोडी तेज़ ही आवाज़ में सुनना चाहिए । क्योंकि ये प्रोग्राम रीपीट नही होता था । यदि किस्मत से उसका नाम लिया गया और वो उसे सुन नही पाया तब ...
कविता जी की आवाज़ ..दोस्तों आपके हमें ढेर सारे खत मिले । लेकिन किसी में पाँच सवालो का जवाब सही था ... तो किसी में केवल तीन सवालों का ही जवाब सही मिला । लेकिन हमारे कुछ सजग युवाओं ने सातो सवालों के जवाब सही दिए । सातो सवालो का सही जवाब केवल दस लोगो ने ही दिया.... तो पहले पिछले हफ्ते के सवाल हमने पुछा था .....सही जवाब .... तृष्णा एक एक कर अपने जवाब मिलाने लगा ... पहला सही ...दूसरा सही ....तीसरा भी सही ..चौथा पांचवा छटा भी सही उम्मीद से उसका चेहरा खिलने लगा .... और सातवे सवाल का जवाब है ...दूधराज ...तृष्णा खुशी से सातवा जवाब भी सही ....
हे भगवन !!इस बार तो विजेता बना दो .वो मन ही मन जपने लगा ...कविता जी ..उम्मीद है जिन दस लोगो ने जवाब सही दिए हैं उन्हें और आप सब को इंतजार होगा इस हफ्ते के विजेता का ...दोस्तों !!दोस्तों !!! हम विजेता का नाम आपको ज़रूर बताएँगे लेकिन पहले एक और प्यारा सा नग्मा सुन ले ..कुमार शानू और अनुराधा पोडवाल की आवाजों में फ़िल्म सड़क का ये गीत है ..जिसे संगीत से सजाया है नदीम श्रवण ने गीत लिखा है समीर ने .....(जारी है )

(एक अनिवार्य सूचना : कहानी ऍफ़ एम् के सभी किरदार उनके नाम काल्पनिक है सिर्फ एक इस तथ्य के कि ये कहानी काफी हद तक वास्तविक है )

3 टिप्‍पणियां:

Yunus Khan ने कहा…

अमिताभ यही वो कार्यक्रम है और यही वो केंद्र--जहां से हमारा रेडियो का सफर शुरू हुआ था ।
बहुत प्‍यारे से दिन याद करवाने के लिए शुक्रिया ।
अगर आकाशवाणी छिंदवाड़ा के लोग इसे पढ़ रहे हों तो उन सभी को मेरी याद पहुंचे ।

Unknown ने कहा…

KAHANI M THODA TWIST BH DALO

स्वाति ने कहा…

अमिताभ जी
अच्छी और सच्ची कविता ! जो उमरानाला के फेमस बडो की तरह ही लगी , कभी उमरानाला के उन बडो के बारे में भी कुछ बताये .