जब गाँव से कोई शहर मे आता है,
गाँव की मिटटी की खुशबू और,
यादो की पोटली भी लाता है .
उमरानाला पोस्ट यादों की गठरी मे से निकली कुछ बाते है .उमरानाला की लाल मिटटी की खुशबू है, जिसे मैं अखिल ब्रह्माण्ड मे कहीं भी कभी भी महसूस कर सकता हूं .
उजाले हमारे बस में हैं , खुशियाँ हमारे हक में है . आप सभी मस्त रहे खुश रहे आप सभी को नव वर्ष व् नव दशक की हार्दिक शुभकामनायें !!! यही अभिलाषा शुभकामनाये आपका अमिताभ