शनिवार, 1 नवंबर 2008

आर्ट ऑफ़ लिविंग

उमरा नदी में हालाँकि पानी का प्रवाह अब धीमा हो गया है । नवम्बर के आस पास उमरा नदी सूखने लगती है । लेकिन इन दिनों उमरानाला की फिजाओं में मैंने एक अनोखा प्रवाह महसूस किया । इस प्रवाह में लगा कि जैसे एक मासूम सी हसीं पूरी हवाओं में तैर रही है । एक अनोखी तरंग ...एक आध्यत्मिक प्रवाह जो मन को सकून दे रहा है । कृष्ण की मुरली की लहर की तरह ...वीणा या सितार की तरह गुंजित । एक दिव्य गंध जो रूह को स्पंदित करती है । मन को आनन्दित करती है । एक सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह । जीवन की कला को सीखते मेरे गाँव के बाशिंदे ... श्री श्री रविशंकर का ए ओ एल हमारे गाँव में एक नवीन अनुभूति है ।
उमरानाला की एक अनोखी विशेषता यहाँ के लोगो का अध्यात्म के प्रति रुझान भी है। समय समय पर संतों आध्यत्मिक गुरुओ के फिरके उनको मानने वाले मुरीद आध्यत्मिक चेतना को भरते रहते हैं । ये जानना दिलचस्प होगा की उमरानाला में इस तरह के अभियान हमेशा शिक्षकों की जानिब से ही शुरू हुए । जैसे मैं बहुत पहले की बात करूँ तो हमारे इस छोटे से गाँव में सत्य साईं सेवा समित की शुरुआत जोशी शिक्षक द्वारा की गई । गाँव में सत्य साईं सेवा समिति के माध्यम से संस्कारों के सृजन सेवा के भावों को भरने का काम बड़े पैमाने पर किया गया । आस पास के छोटे गाँव को गोद लेकर वहां पर काम किए गए । हर गुरुवार साईं भजनों में बचपन में मैं भी शामिल होता था ।
सेवा समिति में अधिकांश सेवक सरकारी कर्मचारी थे । उनके तबादले होते रहे और साईं सेवा समिति का विकल्प बनके हमारे गाँव में एक नया आध्यत्मिक अभियान "गायत्री परिवार " के रूप में आया । गाँव में इसको लाने वाले भी शिक्षक कोठेकर और शिक्षक एस आर गावंडे थे । गायत्री परिवार के माध्यम से वैदिक क्रिया कलापों का आगाज़ हुआ । इस बीच श्री अरविंदो , आचार्य रजनीश, महर्षि महेश योगी आदि गुरुओं के अनुयायी हमारे गाँव के लोग बने । फ़िर गाँव के ही शिक्षक बी आर सोनी आसाराम बापू की योग वेदांत समिति से गाँव को परचित कराया । इस तरह हर दशक में हमारे गाँव में एक आध्यत्मिक गुरु का सरमाया बना रहा ।
सम्प्रति हमारे गणित के टीचर ए एन सूर्यवंशी के माध्यम से आर्ट ऑफ़ लिविंग की शुरुआत हमारे गाँव में हो चुकी है । सुदर्शन क्रिया को सीखने के लिए लोग अल सुबह उठकर जैन धर्मशाला में जाते हैं । इस क्रिया को सिखाने के लिए गाँव में छिंदवाडा से ए ओ एल के प्रशिक्षक मनीष शर्मा ,तुषार कान्त गुप्ता व् कृष्णोत्तम राजपूत आते हैं। पिछले दो साल से हर माह यहाँ सुदर्शन क्रिया का बेसिक कोर्स का प्रिशक्षण दिया जा रहा है ।
दरअसल ,सुर्दशन क्रिया एक सहज और सरल क्रिया है । जो जीवन को जीने का नया नजरिया देती है । "सु" (अच्छा ) "दर्शन " इस क्रिया के माध्यम से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ जाता है । और नाम के मुताबिक ये क्रिया हमें सद दर्शन सिखाती है ।भीतर की नकारात्मकता को खत्म कर जीवन को उत्सव बना देती है ।
शिक्षक समाज को भी दिशा देता है । उमरानाला में इस तरह के अभियानों की शुरुआत शिक्षको के माध्यम से होना इस बात की उम्दा नज़ीर है । श्री श्री की मासूम मुस्कान सहज ही हमें आकर्षित करती है । एक भोले से बच्चे की तरह उनका मुस्काना बेहद खूबसूरत लगता है । मेरा यकीन है यदि हम बच्चे बन जाए तो हमारे बहुत सी तकलीफे दूर हो सकती है ।
हाँ ! चलते चलते एक बात आर्ट ऑफ़ लिविंग के सेंटर के मुख्या द्वार पर लिखी ये पंक्तियाँ "पुट युअर शूज़ एंड इगो हियर " । जीवन की कला को सीखने के लिए अंहकार तो छोड़ना ही पड़ेगा ....

8 टिप्‍पणियां:

नीरज गोस्वामी ने कहा…

बधाई हो अब आप के शहर में भी शान्ति और सुख का साम्राज्य होगा...उम्मीद है लोग अधिक से अधिक संख्या में इस सुअवसर का लाभ उठाएंगे.
नीरज

manvinder bhimber ने कहा…

mai ye masoos kar chuki hu.....ab apki baari hai.....
dil se post likhi hai ...badhaaee

P.N. Subramanian ने कहा…

बहुत सुंदर लिखा है. आप लोग वास्तव में भाग्यशाली हैं क्योंकि एक के बाद एक विधा से सामना हो पा रहा है. सबसे अच्छी बात जो अंत में आई "जीवन की कला को सीखने के लिए अंहकार तो छोड़ना ही पड़ेगा .... " इसका कोई विकल्प नहीं है. आभार.
http://mallar.wordpress.com

संगीता पुरी ने कहा…

जानकारी देने का बहुत बहुत धन्‍यवाद। बधाई भी स्‍वीकारें।

Udan Tashtari ने कहा…

बहुत सही. सबका क्ल्याण हो!!

Chhindwara chhavi ने कहा…

bhai,

ek ke baad ek, sab ki sab nek, sab post hai ...

RK
http://chhindwara-chhavi.blogspot.com

Arun Kumar Chaubey ने कहा…

Your village is really blessed if it has decided to follow the teachings of Sri Sri. The day I got his blessings in Delhi, I felt a difference in my life and now i find myself a different man. Sri Sri is Lord Krishna's incarnation and has come to this world propogate the eternal message of love.

sk ने कहा…

Thanks for your this fine efforts about Human Service with the World No 1 NGO The Art of Living
Surendra kadwe