गुरुवार, 28 अगस्त 2008

परी जय और तनु के संग सैर सपाटा


परी का आज जन्म दिन है . परी को पहले बहुत भरमाया चाँद के खिलोने से . अब परी बड़ी हो रही ..संग आने जाने की जिद भी करती है . परी मुझे ताऊ कहती है जय भी मुझे ताऊ ही कहेगा .तनु मेरा भतीजा है . मेरा अपना बचपन उमरानाला में ही बीता है .इसलिए मुझे लगा जब ख्वाबों में ही परी को सैर करनी है तो क्यों न उमरानाला की सैर ही करा दूँ .
(अमिताभ परी और जय का ताऊ/तनु का चाचा )

मन में कितनी बातें सोची /मन में कितने किए ख्याल
परी के जन्म दिन को मनाने /हम सब हैं तैयार
तनु और जय ने कानों में मुझसे कुछ कहा
परी दौड़ दौड़ के सब देखती
पूछती है भला ये क्या माज़रा
आज परी का जन्म दिन है
हम सब की खुशियों का दिन है
तनु बोला गुब्बारे ला दो
जय बोला उनको उड़ा दो
मैंने बतिया सारी मानी
कहा चलो गुब्बारे पर उड़के चलते हैं
उमरानाला /आसमान में खेलते है ये खेल निराला
बच्चों ने ताली पीटी /परी के जन्म दिन पे मिल गई छुट्टी
उमरानाला की ओर चला उड़ कर गुब्बारा
आसमान ने कम कर लिया हमको देख अपना पारा
उमरा नदी के तट पे उतरा गुब्बारा
मैंने बताया परी ये उमरा नदी है
उमरा नदी में हमने पानी के खेल किए
ठंडे ठंडे पावों से हम चल पड़े घुमने उमरानाला
छुक छुक करती गाड़ी देखी
रेलवे स्टेशन देखा
रेल में बैठ के चलते हैं /परी ने मुझसे कहा
मैंने कहा पहले गाँव देख ले
घूम ले इसको सारा
परी तनु जय बोले सोचा अच्छा प्यारा प्यारा
मन्दिर देखा स्कूल भी देखा
ताऊ का मैदान भी देखा
खेत भी देखे बाज़ार भी देखा
उमरानाला की लाल मिटटी
मंगल जैसी लगती है
यहाँ की शाम भी खूब लगती है
सिल्लेवानी के जंगल से आए
हाथी भालू और बंदर चिडिया और तोता
परी के जन्म दिन पर आए कितने ही मेहमान
सबने मिलकर खाए ढेर से पकवान
भालू ने गिटार बजाया हाथी सूंढ़ उठा के बोला
चिडिया बोली चूं चूं HAPPY BIRTH DAY TO YOU !!
सबने मिलके केक भी खाया /परी जय तनु को
ये दिन बहुत भाया ।
परी तनु जय के संग सैर सपाटा
होता रहेगा रोज़ हमारा
(परी तुमको जन्म दिन पर ढेर सारा प्यार /दुआ करो खुश रहे ये सारासंसार .
अमिताभ"ताऊ" )
(नीचे सागर चाचू की रचना भी है परी के लिए .सागर चाचू से मिलने दिल्ली आना साथ में एक बिल्ली भी लाना सागर चाचू देंगे तुम्हे जन्म दिन की बधाई !!)


"परी के लिए सागर चाचू "

आसमान से एक परी
एक दिन मेरे घर आ उतरी


है प्यारी-प्यारी
, उजली-उजली
मीठी-मीठी
, इसकी बोली


बेसब्री थी मुद्दत से
, पात-पात ये
हरियाली जिसकी होती खोली


परी सबका मन भाती-गाती
ले आई ख़्वाबों की झोली


आज जन्म दिन पे इसके
तोहफा हंसी-खुशी का दें


देती सबको खुशियाँ ऐ
"परी"
हम इसकी हंसी जग को बांटे

जन्म दिन की ढेर सारी शुभकामनाएं Dear "परी "( अमित के सागर चाचू )

परी को

Happy Birth Day !!हम सभी की ओर से

2 टिप्‍पणियां:

नीरज गोस्वामी ने कहा…

परी को जनम दिवस की बहुत बहुत शुभकामनाएं....उसके साथ हमने उमरानाला की सैर भी कर ली.
नीरज

Udan Tashtari ने कहा…

परी को जन्म दिन की बहुत शुभकामनाऐं और बधाई.